EPFO: PF कर्मचारियों के खाते फिर आने जा रहा ब्याज का पैसा, जानिए
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण की लहर में आम लोगों से लेकर नौकरी पेशा व कारोबार जगत को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में पैसा कमाना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। केंद्र व राज्य सरकारें भी लोगों की मदद को आगे आ रही हैं। आपका पीएफ कटता है तो फिर एक बार मौज आने जा रही है। पीएफ काटने वाली संस्था ईपीएफओ जल्द ही कर्मचारियों के खाते में वित्तीय साल 2021-22 का ब्याज का पैसा ट्रांसफर करने जा रही है।
इसमें ईपीएफओ से जुड़े फैसले लेने वाली संस्था सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी मार्च में गुवाहाटी में एक बैठक करने वाली है। बैठक में कर्चचारियों के लिए बड़ी घोषणआ होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
केंद्र सरकार में श्रम मंत्री भूपेन्द्र यादव भी इसे लेकर जानकारी साझा कर चुके हैं। उन्होंने हाल ही में एक बयान में यह कहा कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के किए जमा पीएफ बैलेंस पर ब्याज दर बढ़ाने का फैसला अगले वित्त वर्ष के लिए आमदनी के अनुमान के आधार पर किया जाएगा। गौरतलब है कि भूपेन्द्र यादव वर्तमान में सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के प्रमुख भी हैं।
वहीं, वित्तीय वर्ष 2020-21 में पीएफ खाते में जैम राशि पर मिलने वाली ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया गया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अक्टूबर, 2020 में इस फैसले को मंजूरी दे दी थी। इस फैसले के बाद पीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2018-19 में EPFO ने 8.65 प्रतिशत ब्याज दिया था। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2013-14 में ब्याज दर 8.75 प्रतिशत कर दी गई।
इपीएफओ ने हाल ही में यह अहम जानकारी साझा की है कि नवंबर, 2021 में लगभग 14 लाख कर्मचारियों को जोड़ा. जो कि बीते साल से 38 प्रतिशत अधिक है। यह अक्टूबर, 2021 के मुकाबले 25 प्रतिशत अधिक है। साल 2021 में जोड़े गए कर्मचारियों की बीते साल से तुलना की जाए, तो इसमें 3.84 लाख कर्मचारियों का इजाफा हुआ है। इससे पहले नवंबर, 2020 में ईपीएफओ ने 10 लाख से अधिक कर्मचारियों को जोड़ा था।