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Air India के कर्मचारियों के लिए आई अच्छी खबर,Tata के पास जाते ही सैलरी में हुई कटौती वापस बहाल होने लगी

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Air India के कर्मचारियों के लिए आई अच्छी खबर,Tata के पास जाते ही सैलरी में हुई कटौती वापस बहाल होने लगी

टाटा ग्रुप के हाथों में जा चुकी एयर इंडिया (Air India) के कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर है। एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों की सैलरी को महामारी के पहले के स्तर पर चरणबद्ध तरीके से बहाल करना शुरू कर दिया है।

कोरोना मामलों की संख्या में कमी के साथ एविएशन सेक्टर में आई रिकवरी के बाद एयर इंडिया ने यह फैसला लिया है।

दो साल पहले कोरोना महामारी जब को पहली बार भारत में आई थी, तब एविएशन सेक्टर पूरी तरह से ठप हो गया था। यहां तक कि पाबंदियां हटने के बाद भी काफी समय तक यात्री हवाई यात्रा से परहेज करते रहे। इसके चलते एयर इंडिया सहित कई एयरलाइंस को लागत घटाने के लिए कर्मचारियों की सैलरी में कटौती सहित कई उपाय करने पड़े थे।

एयर इंडिया ने एक बयान में कहा, "महामारी के बाद दुनिया आगे बढ़ रही है और एविएशन सेक्टर भी एक बार फिर से उड़ान भर रहा है। साथ ही हमारे प्रदर्शन में भी अब सुधार दिखाई देने लगे हैं। ऐसे में हमें आपको यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कंपनी ने आपकी सैलरी में कटौती की समीक्षा की है और इसे चरणबद्ध तरीके से बहाल करने का फैसला किया है।" आइए जानते हैं कि एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बहाली की है-

पायलटों की सैलरी

कोरोना महामारी से प्रभावित होने के बाद, एयर इंडिया ने उड़ान भत्ते में 35 फीसदी, विशेष भत्ते में 40 फीसदी और वाइड बॉडी भत्ते में 40 फीसदी की कटौती का ऐलान किया था। अब पायलटों के उड़ान भत्ते, विशेष भत्ते और वाइड बॉडी भत्ते को क्रमश: 20 फीसदी, 25 फीसदी और 25 फीसदी पर बहाल किया गया है।

केबिन क्रू की सैलरी

वहीं केबिन क्रू के सदस्यों के उड़ान और वाइड बॉडी भत्ते में क्रमश: 15 और 20 फीसदी की कटौती की गई थी, जिसे अब क्रमश: 10 और 5 फीसदी पर बहाल किया गया है। ये बदलाव 1 अप्रैल से लागू हो गए हैं।

बाकी कर्मचारियों की सैलरी

बाकी कर्मचारियों और ऑपरेटर्स की सैलरी में कोरोना महामारी के समय 30 फीसदी की कटौती की गई थी, जिसे अब पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है।

कंपनी ने इसके साथ ही यह भी कहा कि पायलटों और केबिन क्रू के लिए, अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू लेओवर अलाउंस में कोई बदलाव नहीं किया गया और इस मामले में मार्च 2022 में लागू दरें ही प्रभावी रहेंगी।