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रक्षा मंत्रालय ने 4,276 करोड़ के तीन प्रस्तावों को दी मंजूरी, सेना खरीदेगी हेलिना मिसाइलें

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रक्षा मंत्रालय ने 4,276 करोड़ के तीन प्रस्तावों को दी मंजूरी, सेना खरीदेगी हेलिना मिसाइलें

भारतीय सेना को जल्द ही मिसाइलें और एयर डिफेंस वेपन मिलने वाले हैं। इसको लेकर मंगलवार रक्षा अधिग्रहण परिषद  की बैठक में वायु रक्षा हथियारों की खरीद के लिए मंजूरी दी गई है।

इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि वायु रक्षा हथियार खरीदने और अपने युद्धपोतों को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों से लैस करने के लिए सेना को मंजूरी मिल गई है। सेना को इसको लेकर 4,276 रुपये करोड़ की मंजूरी मिली है। इसके साथ ही बैठक में सेना और नौसेना के कुल 3 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। अधिग्रहण परिषद की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, हेलिना को एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) के साथ एकीकृत किया जाएगा। जो सात किमी दूर तक अपने लक्ष्य को भेद सकती है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीएसी, जो भारत की शीर्ष खरीद संस्था है, ने फायर एंड फॉरगेट हेलिना मिसाइल, लॉन्चर और संबंधित सहायक उपकरण के लिए आवश्यकता की स्वीकृति को स्वीकार कर लिया है।

भारत ने पिछले दो वर्षों में 411 विभिन्न हथियारों और प्रणालियों पर चरणबद्ध आयात प्रतिबंध लगाया है। इनके अगले पांच से छह वर्षों में इनके स्वदेशी होने की उम्मीद है। हेलिना मिसाइल बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली और ब्रह्मोस लांचर एवं अग्नि नियंत्रण प्रणाली को डीएसी की मंजूरी रक्षा खरीद नीति के तहत स्वदेशीकरण के लिए अधिग्रहण की सबसे महत्वपूर्ण श्रेणी के तहत है।

भारत और चीन के बीच मई 2020 से ही सीमा पर विवाद चल रहा है। जिसके चलते बीते दिसंबर के महीने में भी अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के सैनिकों में झड़प हुई थी। जिसमें भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को घुसपैठ करने से रोका था। जिसके बाद से ही भारतीय सेना अपनी क्षमता को तेजी बढ़ा रही है। ताकि चीन को किसी भी तरह की कोई हरकत करने से पहले कई बार सोचना पड़े।