भारत ने 350 किमी मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का किया सफल परीक्षण, जानिए इसकी खासियत
भारत ने बुधवार को ओडिशा के एक एकीकृत परीक्षण केंद्र से कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का सफल परीक्षण किया. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पृथ्वी-2 मिसाइल का परीक्षण शाम करीब 7:30 बजे किया गया. मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण के दौरान मिसाइल ने सभी तय परिचालन और तकनीकी मानकों को पूरा किया.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, "ओडिशा के चांदीपुर स्थित एक एकीकृत परीक्षण केंद्र से कम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का 15 जून को शाम करीब 7:30 बजे सफल परीक्षण किया गया." मंत्रालय के मुताबिक, पृथ्वी-2 मिसाइल प्रणाली बेहद कामयाब मानी जाती है और बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है.
इससे पहले भारत ने सोमवार को ओडिशा के ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 का कामयाब परीक्षण किया था. परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस मिसाइल का सफल परीक्षण देश की सैन्य क्षमताओं में उल्लेखनीय बढ़ोतरी का प्रतीक है. मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 4,000 किलोमीटर है और इसे मुख्य रूप से चीन के खिलाफ भारत की प्रतिरोधक क्षमता के रूप में देखा जाता है.
रक्षा मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार पृथ्वी-2 मिसाइल जमीन से जमीन तक 350 किमी तक की दूरी का लक्ष्य भेदने में सक्षम है. इस मिसाइल को रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (DRDO) ने अपने स्वदेशी ज्ञान कौशल से विकसित किया है. पृथ्वी 2 मिसाइल की मारक क्षमता जहां जमीन से जमीन तक 350 किमी के दायरे में मार करने की है. तो वहीं यह मिसाइल कई अन्य सुविधाओं से भी लैस है. जिसके तहत मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम वजन तक का हथियार ले जाकर 350 किमी तक दूर स्थित लक्ष्य को सफलतापूर्व भेदने में सक्षम है. जिसकी पुष्टि परीक्षण के दौरान हुई है. परीक्षण के दौरान मिसाइल पर एक विशेष ट्रैकिंंग प्रणाली और तेली मैट्रिक केंद्र से रखी गई थी.