Bharat tv live

Indian Army Issues Advisory: कोरोना वायरस को लेकर सैनिकों के लिए गाइडलाइंस जारी, पढ़ें डिटेल्स

 | 
Indian Army Issues Advisory: कोरोना वायरस को लेकर सैनिकों के लिए गाइडलाइंस जारी, पढ़ें डिटेल्स

कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से चीन का हाल बेहाल हो गया है। जबकि भारत में ओमिक्रॉन सबवैरिएंट BF.7 के 3 मामलों के आने के बाद से केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश लगातार सलाह और दिशानिर्देश जारी कर रहे हैं।

भारतीय सेना ने भी सैनिकों के लिए कोरोना को लेकर गाइडलाइंस जारी कर दी है।

भारतीय सेना की तरफ से जारी गाइडलाइंस, जानें

एडवाइजरी में सुझाव दिया गया है कि कोरोना के लक्षण दिखने वालों की जांच की जाएगी।

जांच में जो कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे, उन्हें 7 दिन के लिए आइसोलेट किया जाएगा।

वहीं हाई रिस्क वाले मरीजों को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराने का निर्देश दिया गया है।

गाइडलाइंस में सैनिकों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और प्रैक्टिस भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कराने का निर्देश दिया गया है।

नियमित तौर पर हाथ धोने और हैंड सैनिटाइजर के प्रयोग का निर्देश दिया गया है।

जानें देश में कोरोना को लेकर अब तक क्या-क्या निर्देश जारी हुआ है।

सरकार ने गुरुवार को कहा कि प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर आने वाले यात्रियों में दो प्रतिशत यात्रियों की 24 दिसंबर से रैंडम चेकिंग की जाएगी।

हवाई अड्डों या फिर अन्य जगहों पर रैंडम चेकिंग के दौरान जो भी कोरोना संक्रमित पाए जाएंगे, उनके सैंपल जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।

कोरोना मामलों से निपटने के लिए एक आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए एक मॉक ड्रिल मंगलवार 27 दिसंबर को देशभर के सभी हॉस्पिटल में आयोजित की जाएगी।

भारत सरकार ने नेजल वैक्सीन को मंजूरी भी दे दी है। इसका उपयोग हेटेरोलॉगस बूस्टर के रूप में किया जाएगा। सबसे पहले यह वैक्सीन निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इसे कोविड-19 टीकाकरण प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा।

चीन में आगामी कुछ महीनों में आधी आबादी होगी संक्रमित

कोरोना वायरस संक्रमण चीन में कहर बरपा रहा है। जिसकी वजह से वहां पर श्मशान घाटों पर लाशों की अंबार लग गई है। यही वजह है कि लोग सामूहिक दाह संस्कार करने को लेकर भी राजी हो गए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हर वर्ग के लोग संक्रमित हो रहे हैं। बच्चों का बुखार उतारने के लिए मांए आलू का प्रयोग कर रही हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि आगामी कुछ दिनों में चीन की 50 प्रतिशत आबादी इस वायरस से संक्रमित होगी।