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केदारनाथ में मंदिर समिति उठाने जा रही बड़ा कदम, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार से की अपील

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केदारनाथ में मंदिर समिति उठाने जा रही बड़ा कदम, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार से की अपील

 

केदारनाथ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति ने सामान घर बनाने को लेकर पहल की है। इसके लिए मंदिर समिति ने राज्य सरकार से धामों के पास सामानघर बनाने की मांग की है, जहां श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश से पहले अपने मोबाइल फोन और पर्स आदि रख सकें।

बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष ने प्रदेश के मुख्य सचिव को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।

गर्भगृह में मोबाइल ले जाने पर विवाद

चारधाम में अब श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम हो गई है। जिसके बाद से मंदिर समिति अब व्यवस्थाओं पर फोकस करने में जुटी है। इस बीच बीते दिनों में मंदिर समिति ने केदारनाथ में कई बदलाव किए हैं। सबसे पहले श्रद्धालुओं की भीड़ कम होते ही मंदिर समिति ने गर्भ गृह तक जाने की अनुमति दे दी है। लेकिन गर्भ गृह तक जाने की परमिशन मिलते ही कुछ लोगों ने इसका गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है। अब श्रद्धालु गर्भगृह में जाकर बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं। इस बीच गर्भगृह में प्रतिबंध हटते ही केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है। वीडियो में मंदिर के अंदर भक्तों के प्रवेश और स्वयंभू लिंग की पूजा-अर्चना को दिखाया गया है। इस तरह के वीडियो प्रतिबंधित है। ऐसे में ये मंदिर समिति की लापरवाही मानी जा रही है। इसके बाद से यात्रियों से मंदिर में दर्शन के दौरान मोबाइल का उपयोग नहीं करने की अपील की गई है। साथ ही मंदिर परिसर में मॉनिटरिंग बढ़ाई गई है।

परिसर में सामान घर या लॉकर रूम बनाने की मांग

बीते रविवार को केदारनाथ में दर्शनों को पहुंचे श्रद्धालुओं में किसी ने मंदिर में प्रवेश करते ही मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया। दो मिनट दस सेकंड के वीडियो में मंदिर के अंदर प्रवेश के साथ बाबा के दर्शनों व पूजा होते दिखाई गई है। जिसके बाद से मंदिर समिति के कर्मचारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जो कि लापरवाही और सुरक्षा में चूक मानी जा रही है। वीडियो वायरल होने की बात सामने आने के बाद मंदिर समिति ने अब मंदिर परिसर में सामान घर या लॉकर रूम बनाने की मांग की है। इसके लिए मंदिर समिति ने मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है। मंदिरों के आसपास लॉकर रूम की व्यवस्था जरुरी है, जहां पर श्रद्धालु अपने सामान और खासकर गैजेट्स रख सकें। सबसे ज्यादा परेशानी मोबाइल की ही सामने आती है। ऐसे में लॉकर रूम की जरुरत होती है। अन्य धामों में प्राइवेट और दुकानों में लॉकर रूम की व्यवस्था है, लेकिन हिमालयी मंदिरों में दुकानें परमानेंट नहीं होती है। ऐसे में यहां पर मंदिर समिति ने सरकार से लॉकर रूम बनाने की मांग की है।

केदारनाथ में नियमों में काफी बदलाव

बीते दिनों में केदारनाथ में नियमों में काफी बदलाव हुए हैं। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने व बंद करने के समय में बदलाव किया है। अब सुबह पांच बजे से केदारनाथ मंदिर में दर्शन हो रहे हैं। जबकि रात में 9 बजे कपाट बंद हो रहे हैं। मानसून के सक्रिय होने व यात्रियों की कम होती संख्या को ध्यान में रखते नई व्यवस्था बनाई गई है। केदारनाथ धाम के 6 मई को कपाट खुलने के बाद से श्रद्धालुओं का आंकड़ा साढ़े 8 लाख पार हो चुका है। अब तक सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन हो रहे थे। लेकिन अब मंदिर समिति ने नियमों में बदलाव कर दिया है। इससे पहले भक्तों की संख्या कम होने के बाद शुक्रवार से केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों के लिए मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध समाप्त कर दिया गया है। पहले श्रद्धालु सभा मंडप से ही बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे। इस बीच गर्भगृह में प्रतिबंध हटते ही केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।