G20 Summit: राजधानी दिल्ली को एक अभेद्य किले में किया गया तब्दील, लगभग 130,000 सुरक्षाकर्मी तैनात
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकी संगठन किसी नापाक मंसूमें में कामयाब न हो पाएं इसके लिए राजधानी दिल्ली को एक अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है। सुरक्षा में कम से कम 130,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।
भारत 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन में दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं की मेजबानी करने जा रहा है। इसके लिए भारतीय सेना, एनएसजी, स्पेशल फोर्सेज, केंद्रीय अर्धसैनिक बल, वायुसेना और तमाम एंजेंसियों ने ऐसी पुख्ता तैयारी की है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
G20 शिखर सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय राजधानी की सुरक्षा लगभग 130,000 सुरक्षाकर्मियों द्वारा की जाएगी, जिसमें 80,000 दिल्ली पुलिस के जवान भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस और केंद्रीय बलों के लगभग 45,000 कर्मी विशेष नीले रंग की पोशाक में में होंगे। 45,000 में ऐसे कमांडो भी शामिल हैं जो हेलीकॉप्टरों को मार गिरा सकते हैं और जो सटीक ड्राइविंग कौशल के साथ निजी सुरक्षा अधिकारियों के रूप में कार्य करेंगे।
भारतीय वायु सेना दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में एकीकृत एयरोस्पेस रक्षा के लिए व्यापक उपाय तैनात करेगी। वायुसेना, भारतीय सेना, दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ, किसी भी हवाई खतरे को रोकने के लिए एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात करेगी। लगभग 400 अग्निशामक कर्मी भी अलर्ट पर रहेंगे।
सरकार ने G20 में हिस्सा लेने आने वाले नेताओं को लाने-ले जाने के लिए ₹18 करोड़ की लागत से 20 बुलेट-प्रूफ लिमोसिन भी किराए पर ली है। शिखर सम्मेलन के दौरान, नई दिल्ली की सीमाओं पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और शहर तक पहुंच को नियंत्रित किया जाएगा।
आयोजन स्थल विशाल और नवीनीकृत प्रगति मैदान पर सुरक्षा नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं। आईटीसी मौर्य होटल जैसे प्रमुख होटलों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन रुकेंगे। एआई रिसर्च फर्म स्टैकू ने दिल्ली की सीमाओं की निगरानी करने वाले सभी सीसीटीवी में खास सॉफ्टवेयर स्थापित किया है। यह ज्ञात अपराधियों की पहचान करेगा।