India Canada Dispute: विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान कहा- 'समानता के लिए हमने सही कदम उठाए'
India Canada Dispute: भारत और कनाडा के बीच विवाद थम नहीं रहा है। खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या में भारतीय खुफिया एजेंसियों के शामिल होने के आरोप के बाद से ही भारत-कनाडा के बीच राजनयिक रिश्तों में दारा पड़ गई है।
शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मामले पर बयान जारी किया। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, 'हमने भारत में कनाडाई राजनयिक उपस्थिति के संबंध में कनाडा सरकार का गुरुवार को दिए गए बयान को देखा। भारत में कनाडाई राजनयिकों की बहुत अधिक संख्या है,यहां तक कि हमारे देश के आंतरिक मामलों में हमेशा से उनका हस्तक्षेप रहा है। नई दिल्ली और ओटावा में आपसी राजनयिक उपस्थिति में समानता की गारंटी है। इसे लागू करने के लिए हम लगातार कनाडा के साथ जुड़े रहे। हमारे द्वारा समानता को लागू करने के लिए उठाए गए सभी कदम सही हैं
Parity in Canadian diplomatic presence in India:https://t.co/O1fqsrOx8n pic.twitter.com/WxJojOrr5D
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) October 20, 2023
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में वियना कन्वेंशन का अनुच्छेद 11.1 का भी जिक्र किया गया। अनुच्छेद का जिक्र करते हुए कहा, 'मिशन के आकार के बारे में विशिष्ट समझौते की अनुपस्थिति में प्राप्तकर्ता राज्य को यह आवश्यकता हो सकती है कि राजनयिकों का आकार उसके द्वारा मानी जाने वाली सीमा के भीतर रखा जाए। प्राप्तकर्ता राज्य की परिस्थितियों शर्तों तथा विशेष मिशन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उचित और सामान्य है'। वहीं विदेश मंत्रालय ने सख्त लहजे में कहा कि हम पूरी तरह से कनाडा द्वारा लगाए गए आरोपों को अस्वीकार करते हैं।
कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा था कि कनाडा के 41 राजनयिकों को मिली छूट वापस लेने की भारत की चेतावनी के बाद कनाडा ने इन राजनयिकों को भारत से वापस बुला लिया है।