भारतीय महिलाओं ने एयरबीएनबी पर 2022 में होस्टिंग के जरिए कमाए ₹1 बिलियन (100 करोड़ रु)
- एयरबीएनबी ने एयरबीएनबी होस्ट्स और गैस्ट्स के साथ मिलकर अपने इस शानदार सफर का मनाया जश्न, आगामी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर एक्टर सोहा अली खान, गायिका और गीतकार लीसा मिश्रा, महिला उद्यमी कीर्ति पूनिया तथा एयरबीएनबी होस्ट काकोली इस सिलसिले में एक पैनल चर्चा में शामिल
- यह आयोजन लैंगिक समानता का जश्न मनाने के मकसद से आयोजित, महिलाओं द्वारा उनके संबंधित क्षेत्रों में सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक तथा बौद्धिक योगदान के महत्व का किया गया सम्मान
- भारत में, महिला होस्ट्स ने एयरबीएनबी पर होस्टिंग के जरिए ₹1 बिलियन (100 करोड़) से अधिक की आमदनी अर्जित की। भारत में, सीनियर विमेन होस्ट्स (उम्र 60+) ने 2022 में ₹200 मिलियन से अधिक कमाए
- देश में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, दिल्ली तथा पश्चिम बंगाल में महिला होस्ट्स की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा
मुंबई : एयरबीएनबी ने महिलाओं का जश्न मनाने के लिए समर्पित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस वाले माह की जोरदार शुरुआत करते हुए एक पैनल चर्चा का आयोजन किया जिसमें जानी मानी अभिनेत्री सोहा अली खान, गायिका और गीतकार लीसा मिश्रा, महिला उद्यमी कीर्ति पूनिया (सह-संस्थापक, रीलव) तथा एयरबीएनबी होस्ट काकोली ने भाग लिया। इन प्रतिभागियों ने ‘एम्ब्रेस इक्विटी’ (जो कि इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का थीम भी है) के बारे में अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
भारत समेत दुनियाभर में एयरबीएनबी की होस्ट कम्युनिटी में महिलाओं की अच्छी-खासी हिस्सेदारी है। दुनिया में एयरबीएनबी की आधी होस्ट कम्युनिटी महिलाओं* से बनी है और वे ही स्थानीय समुदायों का आधार भी हैं – जो महिलाओं को नौकरियों पर रखती हैं, जिनमें से कुछ समाज के हाशिए पर गुज़र-बसर करने वाले समुदायों से आती हैं, और इस तरह ये आर्थिक गतिविधियों को उत्प्रेरित करते हुए अर्थव्यवस्था को ताकत देती हैं। एयरबीएनबी के आंतरिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत में, एयरबीएनबी होस्ट्स ने 2022 में ₹1 बिलियन** से अधिक की आमदनी अर्जित की है। इसके अलावा, 60 साल से अधिक उम्र की महिला होस्ट्स ने पर भारत में 2022 के दौरान, ₹200 मिलियन से अधिक कमाए, और इनमें से कइयों के मामले में होस्टिंग उनकी रिटायरमेंट के वर्षों में जरूरी आय का स्रोत है।
एयरबीएनबी समुदायों के स्तर पर कलेक्शन और परस्पर जुड़ाव की भावना को प्रचारित करता है और हम अपने होस्ट्स समुदाय की विविधता का जश्न मनाते हुए ऐसा समावेशी माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो उनके विकास तथा कामयाबी को बढ़ावा देने वाला हो। बहुत से एयरबीएनबी होस्ट्स अपने स्थानीय समुदायों के लिए आधार स्तंभों की तरह हैं, और कई लघुस्तरीय उद्यमियों को भी बढ़ावा देते हुए लैंगिक समानता, खासतौर से समाज के हाशिए पर रहने वाले तबकों में, को बढ़ावा देते हैं।
एयरबीएनबी प्लेटफार्म पर महिलाओं के होस्ट्स बनने के महत्व को रेखांकित करते हुए, अमनप्रीत बजाज, जनरल मैनेजर – एयरबीएनबी इंडिया, साउथईस्ट एशिया, हांग कांग तथा ताइवान ने कहा, ''एयरबीएनबी में हम अपने होस्ट तथा गेस्ट सुदायों के स्तर पर विविधता, समानता और समावेशन के लिए बेहद प्रतिबद्ध हैं। हम अपने महिला होस्ट्स द्वारा हमारे प्लेटफार्म को महिलाओं के जुड़ने से मिली खास पहचान को महत्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि यही हमारे मेहमानों के एयरबीएनबी अनुभवों को खास बनाती हैं। हमारा यह मानना है कि महिला उद्यमी आर्थिक विकास, रोज़गार सृजन तथा सामाजिक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। महिला होस्ट्स को सपोर्ट देने के लिए, हम दुनियाभर में महिला समुदायों के साथ मिलकर काम करते हैं, और उन्हें अपने घरों की ताकत तथा क्षमताओं को ‘अनलॉक’ करने में मदद देते हैं। हम उन्हें उद्यमी के तौर पर कामयाब होने में मदद देने के लिए आवश्यक संसाधन और जानकारी प्रदान कर रहे हैं। हम सभी के लिए सम्मान और समावेशन का माहौल तैयार करने के लिए वचनबद्ध हैं और हम अधिक विविधतापूर्ण तथा समान होस्ट कम्युनिटी के लिए अपने प्रयासों को और मजबूत बना रहे हैं।''
एयरबीएनबी के आंकड़ों से यह पता चला है कि महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, दिल्ली और पश्चिम बंगाल देश में 5 ऐसे राज्य हैं जिनमें देश में महिला होस्ट्स की सर्वाधिक संख्या है***।
एयरबीएनबी पर अपने होस्टिंग सफर के बारे में होस्ट काकोली ने, जो कि दिल्ली एनसीआर तथा पांडिचेरी में 2013 से होस्टिंग कर रही हैं, बताया, ''मैंने एयरबीएनबी पर होस्ट के तौर पर अपना सफर जब शुरू किया तो मुझे हास्टिपेटेलिटी और बिज़नेस की बारीकियों की कोई समझ नहीं थी। एयरबीएनबी ऐसा प्लेटफार्म साबित हुआ जिसने मेरे लिए शुरू से ही सब कुछ आसान बनाया और अब मैं प्लेटफार्म पर करीब 24 लिस्टिंग्स को लिस्ट कर चुकी हूं। मुझे दुनियाभर से पधारे गेस्ट्स को होस्ट करने का सुखद अनुभव मिला है और इस प्रक्रिया में मैंने अधिक स्टाफ को भी नौकरी पर रखा जिन्होंने मुझे काफी मदद दी और उनकी बदौलत मैं ‘सुपरहोस्ट’ बन सकी हूं तथा अपने गेस्ट्स को भी खुशनुमा माहौल देती आयी हूं। एयरबीएनबी ने मुझे और मेरी जैसी अन्य कितनी ही महिलाओं को पिछले कई वर्षों में आर्थिक आजादी हासिल करने में मदद दी है, और इसके चलते हम सफल उद्यमी के तौर पर अपनी पहचान बना सके हैं।''
अभिनेत्री और लेखक सोहा अली खान ने कहा, ''मुझे महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में, खासतौर से भारत में, पहले से अधिक बढ़ते प्रयासों को देखकर खुशी महसूस होती है, और मेरा मानना है कि अभी हमें काफी लंबा रास्ता तय करना है। इस साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का थीम मेरी सोच के अनुरूप है क्योंकि मैं लैंगिक बराबरी में पूरा यकीन रखती हूं और इसे बढ़ावा देती हूं। मैं हॉस्पीटेलिटी इंडस्ट्री में बराबरी की भावना को बढ़ावा देने के लिए एयरबीएनबी के प्रयासों की सराहना करती हैं जो महिलाओं को ऐसी भूमिकाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं जिनसे जुड़कर वे खुशी महसूस करने के साथ-साथ अपने लिए स्वतंत्र भविष्य का भी निर्माण करती हैं।''
गायिका तथा गीतकार लीसा मिश्रा ने कहा, ''मुझे हमेशा से ट्रैवल करना बेहद पसंद रहा है और बतौर आर्टिस्ट यह मेरे लिए प्रेरणास्पद भी है। एयरबीएनबी के साथ मेरे ट्रैवल्स ने मुझे कई बेहद खास डेस्टिनेशंस के सफर पर जाने का मौका दिया है और हरेक ने मेरे दिल पर खास पहचान छोड़ी है। लेकिन मुझे इन सभी यात्राओं ने कुछ बेहद खास महिलाओं से भी मिलने का मौका दिया है – कुछ तो मेरी जैसी ही ट्रैवलर्स थीं और कुछ ने एयरबीएनबी पर होस्टिंग कर अपने लिए नए जीवन का निर्माण कर उद्यमिता के सफर पर निकल पड़ी हैं। इन महिलाओं को समानता का दर्जा हासिल करते हुए और अपने लिए स्वतंत्र राह का निर्माण करते देखना वाकई बेहद सुखद अनुभव रहा है।''
कीर्ति पूनिया, सह-संस्थापक, रीलव ने कहा, ''मैं अपने सफर में पारंपरिक मैनेजमेंट कॅरियर से निकलकर उद्यमी और फैशन से जुड़ी और मुझे इस दौरान महिलाओं के उद्यमिता के जज़्बों से कई बार रूबरू होने का मौका मिला है। मुझे मजबूत इरादों वाली ऐसी कई महिलाएं मिली हैं जो न सिर्फ अपनी ग्रोथ पर केंद्रित हैं बल्कि अपने आसपास दूसरों के विकास पर भी ज़ोर देती हैं। एयरबीएनबी की यूज़र होने के नाते, मैंने अन्य कई महिलाओं में भी इसी तरह उद्यमिता के जज़्बे को देखा है जिनके पास एयरबीएनबी होस्ट्स बनने के अवसर थे और अब वे अपने आसपास के समुदायों को भी सशक्त बना रही हैं। मैं इन शानदार महिलाओं की प्रेरणादायी कहानियों का जश्न मनाते हुए हुए बेहद खुशी महसूस कर रही हूं जो महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही हैं।''
*एयरबीएनबी के इंटरनल डेटा के मुताबिक जो महिला होस्ट्स की प्रतिशत का आकलन करता है (ये वे होस्ट्स हैं जिन्होंने खुद को महिला बताया है, 31 दिसंबर, 2022 की स्थिति
**एयरबीएनबी के इंटरनल डेटा के मुताबिक भारत में 2022 में होस्ट्स की आमदनी पर आधारित (1 जनवरी 2022 से 31 दिसंबर, 2022 के दौरान)
*** भारत में, एयरबीबीएन के महिला होस्ट्स सबंधी इंटरनल डेटा के मुताबिक (जिन होस्ट्स ने स्वयं को महिला बताया है) 31 दिसंबर, 2022 की स्थिति