PM नरेंद्र मोदी को 1 अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित, क्या है लोकमान्य तिलक अवॉर्ड?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1 अगस्त को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों दिया जा रहा है. यह पुरस्कार किसकी ओर से दिया जाता है.
अब तक कितने भारतीय प्रधानमंत्री को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. पिछले वर्ष किसे इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यह 41वां लोकमान्य तिलक पुरस्कार है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीको मिलने वाला है. 1 अगस्त 2023 को लोकमान्य तिलक की 103वीं पुण्यतिथि पर, तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट (हिंद स्वराज संघ) प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी को प्रतिष्ठित लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करेगा.
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार ट्रस्ट की ओर से प्रतिवर्ष लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि के अवसर पर किसी न किसी को प्रदान किया जाता है. लोकमान्य तिलक 20वीं सदी की शुरुआत में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख व्यक्ति थे. बाल गंगाधर तिलक भारतीय स्वशासन (स्वराज्य) के प्रबल समर्थक थे और उन्होंने जनता को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
ट्रस्ट का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी को उनके असाधारण नेतृत्व और नागरिकों के बीच देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों के लिए दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है. इसलिए इस पुरस्कार के 41वें प्राप्तकर्ता के रूप में पीएम मोदी को चुना गया है, जिसमें एक स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा.
पिछले वर्ष लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार भारत की “मिसाइल महिला” के नाम से मशहूर वरिष्ठ वैज्ञानिक टेसी थॉमस को प्रदान किया गया था. उन्होंने अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइल प्रणालियों के लिए परियोजना निदेशक के रूप में कार्य किया और देश की रक्षा क्षमताओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेई, इंदिरा गांधी, शरद पवार, राहुल बजाज, साइरस पूनावाला को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.