Women World Cup 2022: भारत की निगाहें पहले Women World Cup खिताब पर, ऑस्ट्रेलिया प्रबल दावेदार

Women World Cup 2022: भारत की महानतम महिला क्रिकेटर मिताली राज देश को पहला महिला वर्ल्ड कप का खिताब दिलाने के बाद अपने करियर का शानदार अंत करना चाहेंगी. मिताली की ही कप्तानी में भारत पिछली बार साल 2017 में इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप में खिताब के काफी करीब तक पहुंच गया था.
उसने फाइनल मैच में इंग्लैंड को दबाव में ला दिया था लेकिन तब जैसे ही कप्तान मिताली रन आउट हुईं, भारत ने जीती बाजी गंवा दी. अब मिताली उस हार की कचौट से यहां अपनी टीम के साथ जीत दर्ज करना चाहेंगी.
लेकिन उनकी राह इतनी भी आसान नहीं होगी. इंग्लैंड की हीथर नाइट (Heather Knight) खिताब बचाने और ऑस्ट्रेलिया की मेग लैनिंग अपनी टीम को 7वीं बार चैंपियन बनाने की प्रतिबद्धता के साथ शुक्रवार से शुरू होने वाले आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्व कप में उतरेंगी.
कोविड-19 महामारी के कारण एक साल बाद आयोजित किया जा रहा यह टूर्नामेंट जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) में छह स्थानों पर खेला जाएगा. यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट लीग प्रारूप में खेला जाएगा, जहां सभी आठ टीम एक दूसरे का सामना करेंगी, जिनमें से शीर्ष पर रहने वाली चार टीम सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई करेंगी.
भारत 2005 और पिछली बार (2017) का उप विजेता है. वह रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा, जबकि 2000 में खिताब जीतने वाला न्यूजीलैंड टूर्नामेंट के पहले मैच में वेस्टइंडीज से भिड़ेगा.
सर्वाधिक छह बार खिताब जीतने वाला ऑस्ट्रेलिया अपने पहले मैच में मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड का सामना करेगा. इंग्लैंड ने चार बार खिताब जीता है. एक महीने तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में अनुभवी और युवा खिलाड़ी अपना कौशल दिखाएंगे. मिताली राज, झूलन गोस्वामी, सूजी बेट्स और मेगान शट जैसी खिलाड़ी जहां अपने चमकदार करियर को नया आयाम देना चाहेंगी, वहीं शेफाली वर्मा, ऋचा घोष, फ्रान जोन्स और डार्सी ब्राउन जैसी किशोरियां अपनी छाप छोड़ने के लिये बेताब होंगी.
ऑस्ट्रेलिया को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वह पिछली बार सेमीफाइनल में भारत से मिली हार को भुलाकर नई शुरुआत करने के लिए उतरेगा. पिछले चार वर्षों में हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने दबदबे वाला प्रदर्शन किया है, जिसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसने 50 ओवरों के प्रारूप में पिछले 30 मैचों में केवल एक मैच गंवाया है.
विश्व कप में 2009 से अपनी छाप छोड़ रही ऑलराउंडर एलिस पैरी बेहतरीन फॉर्म में हैं. एलिसा हीली, मेग लैनिंग, पैरी और बेथ मूनी जैसी खिलाड़ियों की मौजूदगी में आस्ट्रेलिया की टीम काफी मजबूत नजर आती है. भारत अभी तक विश्व कप नहीं जीत पाया है और पिछली बार का उपविजेता इस बार उससे एक कदम आगे बढ़ना चाहेगा. मिताली और झूलन का यह आखिरी विश्व कप होगा, जिसे वे यादगार बनाना चाहेंगी.
भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले चार वनडे गंवाने के बाद 5वें मैच में शानदार वापसी की जिससे उसका मनोबल बढ़ा होगा. मिताली और झूलन की भूमिका अहम होगी लेकिन अच्छी फॉर्म में चल रही ऋचा घोष, सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और अनुभवी हरमनप्रीत कौर का अच्छा प्रदर्शन भारत के लिए काफी मायने रखेगा.
मौजूदा चैंपियन इंग्लैंड अपना खिताब बचाए रखने के लिए बेताब होगा. एशेज में हाल में मिली करारी हार के बावजूद वनडे में पिछले विश्व कप के बाद इंग्लैंड सबसे सफल टीम रही है.