पलक शर्मा का चयन विश्व एक्वाटिक्स चैंपियनशिप सिंगापुर 2025

मुंबई: भारत की प्रतिभाशाली गोताखोर खिलाड़ी पलक शर्मा को लगातार दूसरी बार वर्ल्ड एक्वाटिक्स चैंपियनशिप सिंगापुर 2025 में भाग लेने के लिए चुना गया है। यह चैंपियनशिप 11 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक सिंगापुर में आयोजित की जाएगी। पलक शर्मा ने अपनी पहली वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी भाग लिया था और अब दूसरी बार उनके चयन से यह स्पष्ट होता है कि वह भारत की सबसे प्रतिभाशाली गोताखोर खिलाड़ियों में से एक हैं।
इंदौर की स्वर्णिम बेटी पलक शर्मा: गोताखोरी से ओलंपिक तक की उड़ान
इंदौर की होनहार और जुझारू बेटी पलक शर्मा ने गोताखोरी और घुड़सवारी दोनों में देश को स्वर्णिम सफलता दिलाई है। महज 15 साल की उम्र में पलक ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया है।
गोद लिए खेल और परिवार का साथ
पलक का जन्म इंदौर के एक सामान्य परिवार में हुआ। उनके पिता पंकज शर्मा की मिठाइयों की दुकान है, जबकि मां भाग्यश्री शर्मा एक गृहिणी हैं। पलक ने महज 8 साल की उम्र में पहली बार स्विमिंग पूल में छलांग लगाई और तब से उनका पानी से जुड़ाव एक जुनून बन गया। उनके माता-पिता ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और हर संभव सहयोग दिया।
कोच रमेश व्यास: गुरु का मार्गदर्शन
पलक के गुरु रमेश व्यास ने उन्हें गोताखोरी की तकनीकें सिखाने के साथ-साथ मानसिक मजबूती, अनुशासन और लक्ष्य पर फोकस करना भी सिखाया। पलक खुद कहती हैं, "मेरे गुरुजी ने मुझे सिर्फ खेल नहीं, जीवन जीना सिखाया।"
कड़ी मेहनत और समर्पण
पलक के दिन की शुरुआत सूरज के उगने से पहले होती है। वह रोजाना 8 घंटे की कड़ी प्रैक्टिस करती हैं। उनके पिता ने बताया, "हमने उसकी पढ़ाई और प्रैक्टिस में संतुलन बनाने के लिए अब तक 4 स्कूल बदले हैं, ताकि किसी तरह उसकी मेहनत बाधित न हो।"
लॉकडाउन में छत पर प्रैक्टिस
कोरोना महामारी के दौरान जब सारे स्विमिंग पूल बंद थे, तब पलक ने हार नहीं मानी। उन्होंने छत पर गद्दे बिछाकर उस पर गोताखोरी की तकनीकों की ड्राय प्रैक्टिस शुरू की। रोजाना डेढ़ घंटे की नॉन स्टॉप रनिंग, जम्पिंग और फ्लेक्सिबिलिटी वर्कआउट ने उन्हें फिट और केंद्रित बनाए रखा।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक
पलक ने 2019 में एशियन एज ग्रुप चैंपियनशिप में 1 स्वर्ण और 2 रजत पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया। 2021 में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त किया — देश की सबसे कम उम्र की पुरस्कार विजेता गोताखोर के तौर पर। 2022 में एकलव्य पुरस्कार से नवाजी गईं, जो मध्य प्रदेश सरकार का सर्वोच्च खेल सम्मान है.
सिंगापुर इंटरनेशनल में 5 मेडल
30 अगस्त से 1 सितंबर 2025 तक सिंगापुर में आयोजित Singapore International Aquatic Championships में पलक ने इतिहास रच दिया। उन्होंने अंडर-19 कैटेगरी में तीन गोल्ड, और सीनियर कैटेगरी में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज पदक जीतकर भारत का नाम दुनिया में चमका दिया।
ओलंपिक 2028 – बड़ा सपना, बड़ा इरादा
पलक का अगला लक्ष्य है 2028 ओलंपिक, जहां वे भारत के लिए गोताखोरी में गोल्ड मेडल जीतना चाहती हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि इंदौर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्विमिंग पूल बनवाया जाए।
नेतृत्व और प्रेरणा
पलक शर्मा न केवल एक उत्कृष्ट खिलाड़ी हैं, बल्कि एक प्रेरणा भी हैं। उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत ने उन्हें एक आदर्श बना दिया है।
भविष्य की योजनाएं
पलक शर्मा का भविष्य उज्ज्वल है। वह अपने खेल में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। उनकी योजना है कि वह अपने खेल के माध्यम से देश का नाम रोशन करें और लोगों को प्रेरित करें।
समाज में योगदान
पलक शर्मा का समाज में योगदान भी उल्लेखनीय है। वह लोगों को खेल के प्रति जागरूक करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए काम कर रही हैं। उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
निष्कर्ष
पलक शर्मा की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति से बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं। उनकी उपलब्धियों ने देश का नाम रोशन किया है और वह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श हैं। हमें उम्मीद है कि पलक शर्मा अपने खेल में और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी।