कड़ाके की सर्दी में उंगलियां सूज के हो रहीं लाल, छोटी सी गलती पड़ रही भारी, करें ये उपाय

New Delhi: जनवरी का महीना शुरू होते ही कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. ऐसे में कड़ाके की इस ठंड में पैर और हाथों की उंगलियों के सूजकर लाल हो जाने की समस्या पैदा हो जाती है.
वैसे तो यह परेशानी पुरुषों को भी हो सकती है लेकिन खासतौर पर यह दिक्कत महिलाओं को होती है. उंगलियों के सूजने के साथ ही तेज खुजली होती है और उनमें दर्द और जलन भी शुरू हो जाती है. कई बार ये दिक्कत इतनी ज्यादा हो जाती है कि उंगलियां घायल होने लगती हैं और पैरों में मोजे तक नहीं पहने जाते. वहीं हाथों से कोई काम करना मुश्किल हो जाता है. हालांकि ऐसा होना सिर्फ मौसमी बीमारी भर नहीं है बल्कि इस परेशानी के पैदा होने में आपकी कुछ कमियां भी जिम्मेदार हो सकती हैं.
दिल्ली स्थित फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. के अनुसार कहती हैं कि सर्दी के मौसम में तापमान गिरने के कारण शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं. जिसके चलते शरीर की नसों में रक्त का प्रवाह धीमा पड़ जाता है. चूंकि पैर की उंगलियां और हाथ की उंगलियां शरीर का आखिरी हिस्सा होती हैं तो वहां तक धीमे-धीमे खून पहुंच पाता है. जिसकी वजह से उस जगह पर सूजन आने लगती है और यह परेशानी बढ़ भी जाती है. हालांकि इसके बचाव के लिए कुछ उपाय किए जाएं तो ये परेशानी धीरे-धीरे कम होने लगती है.
डॉ.के अनुसार कहती हैं कि सर्दी में शरीर को रोजाना सुबह उठकर सक्रिय करना जरूरी है. रोजाना सुबह शरीर को वार्म अप जरूर करें. नियमित रूप से व्यायाम करें. शरीर को संचालित करें. इस मौसम में वॉक करना अच्छा होता है. सुबह या शाम कोई आउटडोर गेम खेलना भी लाभदायक है. इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहेगा और उंगलियों में सूजन की परेशानी कम होगी. सर्दी के मौसम में जितनी भी धूप मिल पा रही है जरूर लें. कोशिश करें कि सुबह की पहली किरण वाली धूप ले पाएं.
वैसे तो सूजन आने का सीधा-सीधा संबंध शरीर के सभी अंगों तक रक्त का प्रवाह ठीक तरह से न होना ही है लेकिन कई बार लोग खुद भी कई गलतियां करते हैं. ठंड का मौसम आते ही प्यास कम लगने लगती है, लिहाजा लोग पानी पीना कम कर देते हैं, इस मौसम में जूस या अन्य प्रकार के लिक्विड से भी दूरी बना लेते हैं यह सूजन आने का प्रमुख कारण है. इसके अलावा महिलाएं खासतौर पर एक और गलती करती हैं वे घर का काम ठंडे पानी से करने के बाद तुरंत रसोई में गैस चूल्हे पर काम करने लगती हैं, इस दौरान हाथों को गर्माहट मिलती है, वहीं कई बार ठंडे पानी से हाथ धोने के बाद आग पर हाथ सेंकने की आदत भी इस बीमारी को बढ़ाने में सहायक होती है.