महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर फोकस कर भाजपा को दी जा सकती है शिकस्त : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हैं कि राष्ट्रीय स्तर पर महज एक पट्टी में सिमट चुकी भाजपा को आगामी चुनावों में आम जनता के जीवन से जुड़े महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर फोकस कर शिकस्त दी जा सकती है। बघेल ने कहा कि नियोजित ढ़ग से इस तरह के माहौल को गढ़ने की कोशिश होती है कि भाजपा अपराजेय है जबकि सच यह हैं कि वह एक पट्टी में सिमट चुकी है। उन्होने कहा कि महज उत्तरप्रदेश, गुजरात,उत्तराखंड एवं उत्तर पूर्व में उसकी उपस्थिति है,शेष जिन राज्यों में खासकर कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा में उसकी सरकार हैं वह जनमत को खरीद कर बनाई गई है।
उन्होने कहा कि महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए भाजपा साम्प्रदायिक और धुव्रीकरण की राजनीति करती है। जहां भी उसे इसमें कामयाबी नही मिलती उसे शिकस्त का सामना करना पड़ता है। हाल में हुए हिमाचल प्रदेश के चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि पूरी कोशिश करने के बावजूद इस राज्य में उसकी साम्प्रदायिक राजनीति और धुव्रीकरण की राजनीति पर लोगो ने ध्यान नही दिया और उसे सत्ता से बाहर कर दिया।
बघेल ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने नफरत और धुव्रीकरण की राजनीति के खिलाफ और महंगाई,बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर देश का ध्यान खींचा है और एक माहौल निर्मित हो रहा है। भाजपा और मोदी सरकार तमाम कोशिशों के बावजूद इस यात्रा में सभी वर्गों की भागीदारी को रोक नही पाई है।
उन्होंने कहा कि आम लोगों का इन मुद्दों के लेकर जुड़ना आने वाले दिनों की राजनीति के लिए शुभ संकेत है। उन्होने छत्तीसगढ़ समेत कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों शासित राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय समेत अन्य केन्द्रीय एजेन्सियों की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय का गठन मनी लांड्रिग के मामलों की जांच के लिए किया गया था और यह वित्त मंत्रालय के अधीन था,लेकिन मोदी सरकार इसे गृह मंत्रालय के अधीन कर इसका राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक आकाओं को खुश करने की इस कार्रवाई के चलते ही ईडी द्वारा दर्ज मामलों में दोषी करार होने का प्रतिशत नगण्य है। श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में साफ्ट हिन्दुत्व की राजनीति करने तथा भाजपा के मुद्दों को छीनने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कांगेस सर्वधर्म समभाव की राजनीति करती है जिसकी प्रेरणा उसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से मिली है।उन्होने कहा कि महात्मा गांधी ने रघुपति राघव राजाराम की बात की,गाय की बात की,भाजपा ने कब से राम की बात की ?
उन्होंने कहा कि हमारे राम वनवासी राम हैं,शबरी के राम है,माता कौशिल्या के राम है। माता कौशिल्या का मायका छत्तीसगढ़ है और राम यहां के भान्जे हैं। उन्होने कहा कि 15 वर्ष तक भाजपा राज्य में सत्ता में थी लेकिन उसने राम वन गमन मार्ग को विकसित नही किया।देश में माता कौशिल्या का एक मात्र मंदिर छत्तीसगढ़ में है, उसके बारे में सोचा तक नही।उनकी सरकार ने मंदिर को भव्य आकर्षक रूप दिया तो राम वन गमन मार्ग को विकसित किया, यह करना अगर कोई साफ्ट हिन्दुत्व माने तो वह क्या कह सकते है।
बघेल ने यह मानने से इंकार किया राज्य में रमन सरकार के सत्ता में रहते भ्रष्टाचार के जो आरोप लगाए थे उन पर कार्रवाई नही की और अब चुनाव के नजदीक स्काईवाक मामले को एसीबी को सौंपा गया। उन्होने कहा कि सच तो यह हैं कि सत्ता में आने के बाद ही उनकी सरकार ने एसआईटी का गठन कर कार्रवाई शुरू करवाई,पर जांच में सहयोग देने का आज राग अलाप रहे इन लोगो ने विभिन्न न्यायालयों का सहारा लिया,और जांच को रोकवाने की कोशिश की।
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में स्वीकार किया चुनावी वर्ष में भाजपा धर्मान्तरण जैसे मुद्दों का दुष्प्रचार कर साम्प्रदायिक धुव्रीकरण की कोशिश कर सकती है। उन्होने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से सजग है और माहौल को बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटेंगी। उनकी नापाक कोशिशों को सफल नही होने दिया जायेगा।