CG News: बस्तर को मिली बड़ी सौगात; 108 वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर का काम शुरू, सीएम ने दिखाई हरी झंडी
Bastar: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रदेश के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इसी साथ-साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रदेश की जनता को जल संरक्षण के लिए जागरुक भी कर रहे हैं।
इसी सिलसिले में सीएम साय गुरुवार को बस्तर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय और अनुसंधान केंद्र परिसर जगदलपुर से जागरूकता वाहन को झंडी दिखाई। यह गाड़िया जिले के सभी गांवों में जाकर लोगों को जल संरक्षण के उपायों की जानकारी देते हुए उन्हों जागरूक करेगी।
आज बस्तर प्रवास के दौरान शहीद गुण्डाधूर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र जगदलपुर के परिसर स्थित वीर शहीद गुण्डाधूर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया एवं जल संरक्षण के प्रति बस्तर के जिलावासियों को जागरुक करने के उद्देश्य से जल शक्ति अभियान के तहत जागरूकता… pic.twitter.com/5RFtT3Wu2B
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 1, 2024
इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर जिले में जल संसाधन विभाग के 108 वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर के काम की शुरुआत की। इसमे अलग- अलग लार्ज टैंक, स्टॉप डैम, एनिकट, मध्यम सिंचाई प्रोजेक्ट शामिल है। विभाग द्वारा जिले में 95 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, जिसमें से 75 अमृत सरोवर का काम पूरा हो चुका हैं। विभाग ने नारी शक्ति को शामिल करते हुए, बस्तर में मनरेगा के तहत 3,881 जिओ-टैग्ड वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाए हैं।
इसमे से 695 लोहंडीगुडा ब्लॉक में है, 1863 दरभा में, 391 बास्तानार में , जगदलपुर में 402, बकावंड में 530, तोकापाल में 306 और बस्तर में 425 वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर शामिल है। जल संरक्षण की प्लानिंग रिपोर्ट के आधार पर कुल 1305 नए स्ट्रक्चर प्रस्तावित हैं। जिले में अलग-अलग योजनाओं के तहत 32 एकड़ क्षेत्रफल में पौधरोपण किया गया हैं। जिले के ब्लाक प्लांटेशन और सड़क किनारे कुल 12,87,781 पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा जल जीवन मिशन के तहत 2,385 महिलाओं को पानी की टेस्टिंग के लिए ट्रेनिंग दी गई है। इसका फायदा जिले के लोगों को मिल रहा है।