क्या दिल्ली वासियों को नहीं मिलेगी फ्री बिजली? जानें क्या हैं वजह
दिल्ली: दिल्ली में रहने वालों के लिए एक बड़ी खबर है. अब दिल्लीवासियों की जेब पर बोझ बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी होने वाली है. बिजली की बढ़ी हुई कीमतें जुलाई महीने के बिजली बिल में दिखेंगी.ये बढ़ी हुई कीमतें 1 मई से खपत होने वाली बिजली पर लागू होंगी.
10 जुलाई को डिस्कॉम (वितरण कंपनियों) द्वारा पावर परचेज एग्रीमेंट कास्ट (पीपीएसी) की कीमतों में संशोधन के कारण बिजली की कीमतें बढ़ गई हैं।
दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं को अपने बिल में 6 से 8 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इस बीच लोगों के मन में ये सवाल भी आ रहा है. क्या दिल्ली में बंद हो जाएगी मुफ्त बिजली योजना? तो आइए हम आपको इन सभी सवालों से जुड़े जवाब बताते हैं।
बिजली वितरण कंपनियों द्वारा बिजली खरीद समझौते की कास्ट में संशोधन के बाद दिल्ली में बिजली की कीमतें बढ़ गई हैं। अब लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल आ रहा है. वो ये कि क्या अब दिल्ली में मिलने वाली मुफ्त बिजली योजना बंद हो जाएगी. यानी लोगों को मुफ्त मिलने वाली 200 यूनिट बिजली अब नहीं मिलेगी. तो हम आपको बता दें कि पीपीएसी में संशोधन के बाद भी 200 यूनिट मुफ्त बिजली योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा. दिल्ली में बिजली उपभोक्ताओं को पहले की तरह 200 यूनिट मुफ्त बिजली मिलती रहेगी।
दिल्ली में सबसे ज्यादा बिजली सप्लाई बीआरपीएल यानी बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड करती है। बीआरपीएल ने पीपीएसी चार्ज में कुल 8.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है. वहीं, यमुना पार इलाके में बिजली सप्लाई की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी BYPL यानी BSES यमुना पावर लिमिटेड ने अपने इलाके में PPAC चार्ज 6.15 फीसदी बढ़ा दिया है. इसके अलावा, टाटा पावर ने पीपीएसी शुल्क में 29.13 प्रतिशत की वृद्धि की है और कुल 37.88 प्रतिशत की वृद्धि के लिए 8.75 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क जोड़ा है।
बता दें कि पिछले साल जुलाई महीने में भी बिजली कंपनियों ने पीपीएसी चार्ज बढ़ाया था. जुलाई 2023 में पीपीएसी चार्ज 10 फीसदी बढ़ाया गया था. जिसे मार्च 2024 तक लागू किया गया। अब चार्ज बढ़ा दिया गया है. यह जुलाई तक लागू है. प्रयाज़ की बढ़ोतरी के बारे में टाटा पावर कंपनी का कहना है कि वह पहले से ही इतना ही पीपीएसी चार्ज ले रही थी।