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प्रदेश के शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों में शामिल हुए डॉ. प्रियेश दीक्षित — मिला “श्रेष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक सम्मान 2025”

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 प्रदेश के शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों में शामिल हुए डॉ. प्रियेश दीक्षित — मिला “श्रेष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक सम्मान 2025”
विशेष संवाददाता : ए एल द्विवेदी 
भोपाल, मध्य प्रदेश : आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले डॉ. प्रियेश दीक्षित को भोपाल में आयोजित भव्य समारोह में “प्रदेश के शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों का सम्मान 2025” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान भाई उद्दवदास मेहता स्मृति न्यास, भोपाल द्वारा आयोजित 28वें वार्षिक समारोह में प्रदान किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के चुनिंदा श्रेष्ठ आयुर्वेद चिकित्सकों को आमंत्रित किया गया था, जिन्होंने आयुर्वेद के क्षेत्र में अपने ज्ञान, अनुसंधान और सेवा के माध्यम से समाज में विशेष योगदान दिया है। समारोह में प्रदेश के कई वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य, जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

डॉ. प्रियेश दीक्षित, जो वर्तमान में शासकीय आयुर्वेद चिकित्सालय भोपाल में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के रूप में सेवाएं दे रहे हैं, पूर्व में शासकीय धन्वंतरी आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, उज्जैन में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने बी.ए.एम.एस. की डिग्री बैंगलोर से तथा एम.डी. (आयुर्वेद मेडिसिन) में विशिष्ट योग्यता प्राप्त की है।

आयुर्वेद के गहन अध्ययन और रोगों की प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ. दीक्षित ने आधुनिक युग में पारंपरिक आयुर्वेद को नए आयाम दिए हैं। वे न केवल इलाज के क्षेत्र में बल्कि जागरूकता एवं अनुसंधान के माध्यम से भी समाज की सेवा कर रहे हैं।

उनकी चिकित्सा विशेषज्ञता कई जटिल और पुरानी बीमारियों में देखी जाती है। वे विशेष रूप से कोविड-19 एवं पोस्ट कोविड जटिलताओं, लिवर और पेट संबंधी रोग, श्वास रोग (अस्थमा, एलर्जी), मधुमेह (Diabetes), थायरॉइड, गठियावात, संधिवात, त्वचा रोग, पुरुष एवं महिला वंध्यता (Infertility), स्त्री रोग (PCOD, Leucorrhea आदि), माइग्रेन, पक्षाघात (लकवा) तथा किडनी एवं मूत्र मार्ग संबंधी समस्याओं के आयुर्वेदिक उपचार में निपुण हैं।

कार्यक्रम के दौरान उन्हें शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने कहा कि डॉ. प्रियेश जैसे युवा आयुर्वेद चिकित्सक इस परंपरागत चिकित्सा पद्धति को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ा रहे हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।

सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. प्रियेश दीक्षित ने कहा —
“यह पुरस्कार केवल मेरा नहीं, बल्कि उन सभी आयुर्वेदाचार्यों और गुरुओं का सम्मान है जिन्होंने हमें इस प्राचीन विज्ञान की सेवा करने की प्रेरणा दी। मेरा लक्ष्य है कि आयुर्वेद चिकित्सा को और अधिक सुलभ, वैज्ञानिक और जनहितैषी बनाया जाए।”

उनकी यह उपलब्धि न केवल भोपाल, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के आयुर्वेद समुदाय के लिए गर्व का विषय है।
इस सम्मान के साथ डॉ. प्रियेश दीक्षित ने एक बार फिर यह साबित किया है कि समर्पण, अनुशासन और निस्वार्थ सेवा से ही सफलता के शिखर को छुआ जा सकता है।