MP News: भीषण बाढ़ और तबाही के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने गुना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा

गुना जिले में आई भीषण बाढ़ और तबाही के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उनके साथ राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह, बमौरी विधायक इंजीनियर ऋषि अग्रवाल, और जिला कांग्रेस अध्यक्ष मेहरबान सिंह धाकड़ भी मौजूद रहे।
जीतू पटवारी ने न्यू सिटी कॉलोनी सहित अन्य प्रभावित इलाकों में जाकर पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। बाढ़ पीड़ितों की दयनीय स्थिति को देखते हुए उन्होंने प्रशासन को 8 दिनों का अल्टीमेटम दिया।
8 दिन का अल्टीमेटम
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने चेतावनी दी कि -
“यदि आठ दिनों में बाढ़ पीड़ितों को उचित मुआवजा नहीं मिला, तो मैं स्वयं गुना आकर ‘इतिहास का सबसे बड़ा चक्काजाम’ करूंगा।”
उन्होंने जिला कांग्रेस अध्यक्ष को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों का तत्काल सर्वे कराकर कलेक्ट्रेट घेराव किया जाए। कहा कि यह आपदा केवल प्राकृतिक नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सरकारी अत्याचार का परिणाम भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोपालपुरा बांध से पानी छोड़ने से पहले प्रशासन ने जनता को सतर्क नहीं किया, जिसके कारण जान-माल का भारी नुकसान हुआ।
सर्वे में खामियां और जनता का गुस्सा
उन्होंने सर्वे कार्य को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए और कहा कि “अब तक किए गए सर्वे में खामियां हैं और प्रशासन मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहा है।”
दौरे के दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने प्रशासन पर नाराजगी जताई। कुछ ने अपने घरों में सड़ चुके गेहूं दिखाए। कई महिलाओं ने बताया कि उन्हें केवल पूड़ी के पैकेट देकर भगा दिया गया। एक महिला ने रोते हुए बताया कि उसका ऑटो बह गया, जो जीवनयापन का एकमात्र साधन था।
जयवर्धन सिंह का हमला
पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने कहा कि गुना, राघौगढ़ और बमोरी क्षेत्रों में फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं, लेकिन पिछले 5 वर्षों से किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिला।
उन्होंने यह भी कहा कि-
“ना तो सांसद आए और ना ही स्थानीय विधायक, जिससे लोगों में भारी आक्रोश है।” कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसते हुए कहा कि
“जो नेता कहते थे कि विकास के लिए सड़कों पर उतरेंगे, वे अब बाढ़ पीड़ितों की आवाज सुनने भी सड़कों पर उतरें।” उन्होंने चेताया कि अगर सरकार जनता की अनदेखी करती रही, तो 2029 में जनता वैसा ही जवाब देगी जैसा 2019 में दिया था।