बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में साल भर से लगातार हो रही बाघों की मौत
संवाददाता : राम विनोद पटेल
उमरिया : रंगों के त्यौहार होली का पर्व बांधवगढ टाइगर रिज़र्व के लिए बेरंग हो गया है। खबर है कि बीटीआर के दो अलग परिक्षेत्रों में दो बाघ शावक के मौत की खबर है। इन दोनों मामलों में मेल टाइगर के हमले में दोनो शावक के मौत होने की बात कही जा रही है,मौत के क्या कारण है ये तो जांच उपरांत ही साफ हो सकेगा।फिलहाल घटना की जानकारी पर पार्क उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।पनपथा कोर के सेहरा बीट में मिले मृत शावक का पीएम आदि कर सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया है,वही खितौली परिक्षेत्र के गणपुरी बीट में मिले मृत शावक का मंगलवार को उच्च अधिकारी,चिकित्सक दल समेत जिम्मेदारों के समक्ष एनटीसीए गाइड लाइन के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया है।उल्लेखनीय है कि दिसंबर से मार्च माह के बीच बाघों के प्रजनन का समय होता है,संभावना जताई जा रही है कि प्रजनन काल के दौरान बाघिन के साथ विचरण कर रहे शावक को नर बाघ ने ही मौत के घाट उतार दिया है।अपुष्ट सूत्रों की माने तो शावक के मौत के बाद नर बाघ ने शावक के मांस को भी निवाला बनाया है।