ईद के मौके पर राजस्थान का जोधपुर शहर भड़क उठा। हालात और न खराब हो इसके लिए पुलिस – प्रशासन ने शहर में इंटरनेट सेवा को फिलहाल के लिए बंद कर दिया है। अब तक 97 लोगों को उपद्रव मचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शहर में हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए वरीय अधिकारी वहां कैंप किए हुए हैं, इसके अलावा एक हजार पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है।
जोधपुर एक शानदार पर्यटन स्थल होने के साथ – साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह क्षेत्र भी है। मुख्यमंत्री गहलोत ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने अधिकारियों से ऐसी घटना के लिए जिम्मेदार असमाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। जोधपुर पहुंचे गृहराज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि घटना में घायल तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है जबकि 12 - 15 लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उन्होंने कहा कि हम घटना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। यदि इस दौरान किसी अधिकारी ने सरकार से सही जानकारी साझा नहीं की तो उसे हटा दिया जाएगा।
सोमवार रात को झंडे और लाउडस्पीकर लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई थी। दरअसल सोमवार रात को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहर के एक चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर धार्मिक झंडा लगाया, जिसका हिंदू समुदाय के लोगों ने विरोध किया। हिंदू समुदाय का आरोप है कि भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर लगाए गए भगवा धव्ज को हटाकर इस्लामी ध्वज लगा दिय़ा गया औऱ इसे लेकर दोनों समुदायों के बीच झड़प हो गई। दो संप्रदायों के बीच हुए झड़प के बाद इलाके में तनाव है। प्रशासन ने बुधवार तक के लिए शहर के 10 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया है।