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Uttarakhand: आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने गौरीकुंड में हुए भूस्खलन और आपदा का लिया जायजा

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Uttarakhand: आपदा सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने गौरीकुंड में हुए भूस्खलन और आपदा का लिया जायजा

Rudraprayag: उत्तराखंड आपदा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, आयुक्त गढ़वाल मंडल ने गौरीकुंड में भूस्खलन एवं आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर लापता और मृत हुए व्यक्तियों के सर्च व खोजबीन कार्यों का जायजा लिया। आपदा सचिव ने भूस्खलन के कारण लापता हुए लोगों की खोजबीन कार्य को प्राथमिकता से करने के राहत एवं बचाव टीमों को निर्देश दिए। क्षेत्रीय विधायक ने भी वहां का जायजा लिया।

केदारनाथ यात्रा मार्ग गौरीकुंड डाट पुलिया के समीप गुरुवार की आधी रात को हुए भू-स्खलन के कारण लापता और मृत व्यक्तियों के सर्च ऑपरेशन एवं खोजबीन कार्यों का सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने जायजा लेते हुए लापता एवं मृत व्यक्तियों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित था, मगर खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री का आना संभव नहीं हो पाया। मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना पर दुख प्रकट करते हुए लापता एवं मृत हुए व्यक्तियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और सरकार इस घटना में मृत एवं लापता व्यक्तियों के परिजनों को सरकार द्वारा हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने सर्च ऑपरेशन एवं खोजबीन कार्यों में लगे आपदा प्रबंधन की टीमों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस घटना में जो लोग लापता हैं, उनकी तत्परता से खोजबीन करते हुए उनकी पहचान की जाए। ताकि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सहायता राशि उनके परिजनों को उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो लोग असुरक्षित एवं संवेदनशील क्षेत्रों में हैं। उन्हें उस स्थान से शीघ्र हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों के लिए सर्वे के लिए टीम भेजी जाएगी, जो इसका आंकलन करते हुए जो भी उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने कहा कि भू-स्खलन के कारण जो लोग लापता हैं उनका सर्च रेस्क्यू अभियान चलाते हुए उनकी खोजबीन का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार भू-स्खलन के कारण लापता एवं मृत व्यक्तियों के परिजनों के साथ है। जैसे ही मृत व्यक्तियों के शव प्राप्त कर उनकी शिनाख्त हो जाती है तो उनके परिजनों को मानक के अनुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने भू-स्खलन के कारण लापता और मृत व्यक्तियों के लिए किए जा रहे सर्च ऑपरेशन एवं खोजबीन कार्यों में आपदा सचिव को जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में 23 लोग लापता हुए हैं, जिनमें तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं और बाकी लापता व्यक्तियों का खोजबीन एवं सर्च ऑपरेशन का कार्य एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, वाईएमएफ, पुलिस एवं जिला प्रशासन की टीमों द्वारा तत्परता से किया जा रहा है। पहले इस हादसे में 20 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही थी। इसमें से तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।

इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर सिंह पंवार, ऊखीमठ ब्लॉक प्रमुख श्वेता पांडेय, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, पुलिस उपाधीक्षक विमल रावत, हर्षवर्धनी सुमन, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार स्थानीय जन प्रतिनिधि मौजूद थे।

क्षेत्रीय विधायक शैलारानी रावत ने आपदा में लापता एवं मृत व्यक्तियों के प्रति दुःख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की। विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि यह क्षेत्र आपदाग्रस्त क्षेत्र है तथा आपदा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील है। इसके लिए उन्होंने इस क्षेत्र के लिए सरकार से विशेष पैकेज देने की मांग की।