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'सांस' के तीन सौदागर फिर गिरफ्तार

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'सांस' के तीन सौदागर फिर गिरफ्तार
 एक तरफ कोरोना कॉल में जहां लोग आक्सीजन दिलवा कर लोगों की जान बचा रहे हैं। वहीं चंद इंसानियत के दुश्मन सौदेबाजी कर नोट बटोरने की जुगत में लगे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले दौलत के भूखे तीन लोग धूमनगंज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए। ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए परेशान लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए फेसबुक प्रोफाइल को हथियार बनाया गया। अपनी प्रोफाइल पर वह आक्सीजन के लिए दिए गए नंबरों पर संपर्क करने पोस्ट वायरल किए। आक्सीजन के अभाव में दांव पर लगी अपनों की जान बचाने के लिए कई लोग इन शातिरों से संपर्क किए। संपर्क करने वाले जरूरतमंदों से वह 25 से 40 हजार रुपये में ऑक्सीजन सिलेंडरों का सौदा किए। इनके पास से एक भरा हुआ ऑक्सीजन सिलेंडर व 11 हजार रुपये भी पुलिस को मिले हैं।

गिरफ्तार किए गए आक्सीजन के सौदागरों में कौशाम्बी कोखराज के भरवानी रोही निवासी मोबीन अहमद पुत्र अतीक अहमद व करेली के लईक अहमद पुत्र मो। फसी और नईम पुत्र नसीरुद्दीन शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक मोबीन अहमद इस गैंग मास्टर माइंड है। यही अपने फेसबुक प्रोफाइल पर ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने की पोस्ट लगाया हुआ था। पोस्ट पर दिए गए मोबाइल नंबर पर फोन कर जरूरत मंद इससे संपर्क किया करते थे। संपर्क में आने वालों को इनके जरिए ऑक्सीजन सिलेंडर की सौदेबाजी की जाती थी। इस कालाबाजारी में साथी लईक अहमद व नईम की मदद किया करते थे। इसकी जानकारी होने पर रविवार दोपहर इंस्पेक्टर धूमनगंज, दारोगा पवन कुमार और एसओजी प्रभारी शैलेष सिंह एक्टिव हो गए। शहर के बजरंग चौराहे के पास से तीनों को एक सिलेंडर के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पुलिस को मालूम चला कि आरोपितों ने एक शख्स से कम कीमत पर गुब्बारा फुलाने वाला सिलेंडर खरीदा था। फिर उसमें नैनी से ऑक्सीजन भरवाकर जरूरतमंद को बेचने की तैयारी में थे। वह रुपये लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर की डिलेवरी करते इसके पहले गिरफ्तार कर लिए गए। इनके जरिए गैंग के कई अन्य लोगों के नाम भी कबूले गए हैं। प्रकाश में आए लोगों की तलाश में पुलिस जुट गई है। बता दें कि इसके पूर्व कोतवाली पुलिस व एडीजी जोन की सर्विलांस टीम ने ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वाले तीन सौदागरों को गिरफ्तार किया था।

गिरफ्तार किए गए तीनों शातिर किसी जरूरत मंद को ऑक्सीजन सिलेंडर की डिलेवरी करने जा रहे थे। इसके लिए इनके पास कॉल करने वाला शख्स मिलने का स्थान बताया बताया था। जिसका मोबाइल नंबर ही इनके पास था। मिलकर उससे यह लोग रुपये की सौदेबाजी करते।