शोपियां में हुए मजदूरों पर आतंकी हमले की नेताओं ने की निंदा

Srinagar: जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में 3 प्रवासी मजदूरों पर हुए आतंकी हमले की व्यापक रूप से निंदा की गई है. पूरे कश्मीर में हजारों प्रवासी मजदूर काम करते हैं. गुरुवार शाम शोपियां के गगरान गांव में दो नकाबपोश आतंकवादियों ने किराए के आवास में रह रहे प्रवासी मजदूरों पर गोलीबारी की.
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्विटर पेज पर हमले की निंदा करते हुए इसे बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्हाेंने कहा,"मैं इस हमले की घोर निंदा करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
वहीं, गुलाम नबी आज़ाद ने भी हमले की निंदा की. मीडिया से बात करते हुए आज़ाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बहुत सारे गैर-स्थानीय लोग काम करते हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन पर हमला किया जा रहा है. यह बहुत दुखद है. केंद्र को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि "मैं शोपियां में गैर-स्थानीय लोगों पर हुए हमले की निंदा करती हूं, और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं."
बता दें कि गुरुवार को गैर-स्थानीय मजदूरों पर हुए हमले की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी आतंकवादियों ने कश्मीर में निहत्थे नागरिकों पर गोलीबारी की है.
कश्मीर में गैर-स्थानीय कार्यबल पर हमला करने के पीछे एक भयावह साजिश है जिसमें वर्षों से निर्माण, कृषि, बागवानी, ईंट भट्ठा व्यवसाय, नाई, इलेक्ट्रीशियन, पेंटर आदि का काम कर रहे मजदूराें को निशाना बनाया जा रहा है.
आतंकवादियों का इरादा सिर्फ गैर-स्थानीय श्रमिकों को डराना नहीं बल्कि, इनके कार्यबल की मदद से कश्मीर में हो रहे विकास को रोकना है