अन्य बीमारियों से बचने के लिए बेस्ट कुकिंग ऑयल सरसों का तेल एक बेहतर विकल्प

जब बात हेल्दी खाने की आती है तो कुकिंग ऑयल का आपकी सेहत पर गहरा असर पड़ता है। सिर्फ खाने में तेल की मात्रा ही नहीं, बल्कि यह भी जरूरी है कि कौन सा तेल इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आप मोटापा, हृदय रोग और अन्य बीमारियों से बचने के लिए बेस्ट कुकिंग ऑयल ढूंढ रहीं हैं तो आपके लिए सरसों का तेल एक बेहतर विकल्प हो सकता है। यह भारतीय खासतौर से उत्तर भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाला कॉमन कुकिंग ऑयल है। केवल स्वाद ही नहीं, ये अपने स्वास्थ्य संबंधी लाभों के लिए भी जाना जाता है।
सरसों के तेल का पोषण मूल्य -
सरसों तेल में कई ऐसे पोषण तत्व हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। यह मूफा (MUFA), पूफा (PUFA), सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन और अन्य माइक्रो-न्यूट्रीएंट्स (micro-nutrients) से भरपूर है। जिससे वजन बढ़ने, हृदय रोग या अन्य समायाओं का खतरा नहीं होता।
सरसों के बीजों से बना सरसों का तेल फ़ाइबर (fibre) और स्टार्च (starch) के रूप में कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) देता है जो आपको एनर्जेटिक रखता है। यह आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है, जिससे वजन कम करने में भी मदद मिलती है।
यह हैं अपने आहार में सरसों का तेल इस्तेमाल करने के फायदे -
१. वजन को नियंत्रण में रखें - सरसों तेल में खाना बनाने का एक फायदा यह है कि ये आपके वजन को कंट्रोल में रखता है। सरसों तेल बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ावा देता है। इससे आपको वेट लॉस में मदद मिलेगी।
२. त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए भी है फायदेमंद - शुद्ध सरसों का तेल अक्सर बालों और त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। खाने में इस्तेमाल करने के साथ इसे सर पर भी लगाया जाता है। साथ ही इसे घर के बने फेस मास्क और बालों के उपचार में जोड़ा जाता है। इसे कभी-कभी मोम के साथ मिलाया जाता है और फटी एड़ी को ठीक करने में मदद करने के लिए पैरों पर लगाया जाता है।
३. दर्द कम कर सकता है सरसों का तेल - सरसों के तेल में एलिल आइसोथियोसाइनेट (allyl isothiocyanate) होता है। यह एक केमिकल कम्पाउंड है जो शरीर के दर्द को दूर करता है। इसके सही मात्रा में सेवन से पेन रिसेप्टर्स पर गहरा प्रभाव पड़ता है और वह ठीक हो जाता है।
४. दिल की सेहत के लिए अच्छा है - सरसों का तेल मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (MUFA) से भरपूर होता है। इस फैटी एसिड को कई तरह के लाभों से जोड़ा गया है, खासकर जब हृदय स्वास्थ्य की बात आती है। अध्ययनों से पता चलता है कि यह ट्राइग्लिसराइड (triglyceride) , ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। ये सभी हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।
५. कैंसर से लड़ने में मददगार - अध्ययन द्वारा यह साबित हुआ है कि सरसों तेल कैंसर सेल्स को रोकने में कारगर है। इसमें मौजूद ओमेगा-2 पूफा (omega-2 PUFA) कैंसर के जोखिम को काम करता है। साथ ही इसके लगातार सेवन से यह ट्यूमर के साइज़ को 50 प्रतिशत तक कम कर सकता है।