मराठा आरक्षण पर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार का बड़ा बयान, केंद्र के सामने रखी ये मांग

New Delhi: शरद पवार ने केंद्र से कोटा पर लगी 50 फीसदी की सीमा को हटाकर उसमें और समुदायों को जोड़कर इसे 15-16 फीसदी बढ़ाने की मांग की है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने यह मांग महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को केंद्र में रखकर की है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा, 'कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को इंडिया गठबंधन की मीटिंग रखी है। 28 विपक्षी पार्टियों के इस गुट का लक्ष्य 2024 में होने वाले आम चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करना है।'
राज्य में मराठा समुदाय सरकारी नौकरी और शिक्षा संस्थानों में आरक्षण की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'कुछ लोगों का कहना है कि अधिक लोगों (समुदायों) को ओबीसी कोटे में जोड़ना, इस कोटे के गरीब लोगों के साथ अन्याय करने जैसा होगा। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।'
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने आगे कहा, 'इसका एक विकल्प यह है कि केंद्र संसद में मौजूदा 50 फीसदी आरक्षण में संशोधन कर उसमें और 15-16 फीसदी जोड़ दें। उन्होंने कहा कि यहां ओबीसी और अन्य समुदाय के बीच कोई भी फर्क नहीं होना चाहिए।'
पिछले सप्ताह जालना जिले के अंतरवाली सारथी गांव में हिंसकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद मराठा आरक्षण फिर से एक बर केंद्र में आ गया। इस दौरान लगभग 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और 15 से अधिक राज्य परिवहन की बसें जला दी गई थी।