चीनी की परमाणु-संचालित हमलावर पनडुब्बी समुद्र में डूबी, अमेरिका ने कहा चीन के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी की बात
अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने हाल ही में जानकारी दी कि चीन द्वारा विकसित की गई एक नई परमाणु-संचालित हमलावर पनडुब्बी इस साल की शुरुआत में डूब गई। यह घटना चीन के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी मानी जा रही है, जो अपनी सैन्य क्षमताओं को विस्तार देने की दिशा में काम कर रहा है।
चीन पहले से ही 370 से अधिक जहाजों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना रखता है और उसने नई पीढ़ी की परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का उत्पादन भी शुरू कर दिया है।
एक बयान में, अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि यह पनडुब्बी मई और जून 2024 के बीच किसी समय डूबी थी। हालांकि, उन्होंने इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया। साथ ही, यह भी स्पष्ट नहीं है कि दुर्घटना के समय पनडुब्बी में परमाणु ईंधन था या नहीं। चीनी अधिकारियों ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह घटना चीन की नौसेना के प्रशिक्षण और उपकरणों की गुणवत्ता पर सवाल उठाती है और चीन के रक्षा उद्योग की निगरानी पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है, जो लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन इस तरह की घटनाओं को छिपाने की कोशिश करेगा।
वहीं, प्लैनेट लैब्स की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में चीन के वुचांग शिपयार्ड में क्रेन दिखाई दे रहे हैं, जिससे संकेत मिलता है कि डूबने वाली पनडुब्बी इसी शिपयार्ड में डॉक की गई थी। पेंटागन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 तक चीन के पास छह परमाणु-संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां, छह परमाणु-संचालित हमलावर पनडुब्बियां और 48 डीजल-संचालित पनडुब्बियां थीं। चीन अपनी पनडुब्बियों की संख्या को 2025 तक 65 और 2035 तक 80 तक बढ़ाने की योजना बना रहा है।
इसके साथ ही, चीन ने प्रशांत महासागर में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया है, जिससे उसकी परमाणु क्षमताओं को लेकर वैश्विक चिंताएं बढ़ सकती हैं।