भारत-जापान मिलकर बनाएंगे एआई में भविष्य, स्टार्टअप्स को मिलेगा नया मंच

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 29 अगस्त से शुरू हो रही जापान यात्रा के दौरान टोक्यो और नई दिल्ली द्वारा नई तकनीकों और स्टार्टअप्स पर केंद्रित एक एआई सहयोग योजना की भी घोषणा किए जाने की उम्मीद है। सूत्र के हवाले से बताया कि जापानी सरकार इस महीने के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान भारत के लिए 10 ट्रिलियन येन (68 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के निवेश लक्ष्य की घोषणा करने की तैयारी कर रही है। यह 2022 में घोषित 5 ट्रिलियन येन के पंचवर्षीय लक्ष्य से एक बड़ी छलांग है। दोनों देश तेजी से आक्रामक होते चीन के जवाब में "मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत" को बढ़ावा देने के लिए आपसी आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा और मोदी के बीच शिखर सम्मेलन के बाद एक संयुक्त बयान में नए निवेश लक्ष्य की घोषणा की जा सकती है। बता दें कि भारतीय प्रधानमंत्री 29 अगस्त से जापान की तीन दिवसीय यात्रा पर होंगे। मई 2023 में हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यह उनकी पहली यात्रा होगी। इससे पहले, जापानी निवेश लक्ष्य की घोषणा पूर्व जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की मार्च 2022 में भारत यात्रा के दौरान की गई थी।
दोनों सरकारें आर्थिक सुरक्षा में सहयोग के लिए एक नए ढाँचे पर सहमति बनाने की दिशा में भी काम कर रही हैं। इसमें आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति शामिल होगी। इन वस्तुओं में सेमीकंडक्टर, आवश्यक खनिज, संचार, हरित ऊर्जा, एआई और चिकित्सा को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान टोक्यो और नई दिल्ली द्वारा नई तकनीकों और स्टार्टअप्स पर केंद्रित एक एआई सहयोग योजना की भी घोषणा किए जाने की उम्मीद है। एएनआई के अनुसार, एक सूत्र ने क्योडो न्यूज़ को बताया, "हमें उम्मीद है कि जिन क्षेत्रों में भारतीय कंपनियाँ मज़बूत हैं, वहाँ जापानी कंपनियों (और उनके भारतीय समकक्षों) के बीच सहयोग को बढ़ावा देने से जापानी अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान मिलेगा।"